अरुणाचल प्रदेश की आदी जनजाति व खड़ी बोली के जन्म संस्कार सम्बन्धी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन
विजय कुमार यादव
इस शोध पत्र में अरुणाचल प्रदेश की आदी जनजाति एवं खड़ीबोली के जन्म संस्कार सम्बन्धी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन करने का प्रयास किया गया है। लोकगीत किसी भी साहित्य का महत्वपूर्ण अंग होता है। मानव जीवन के हर एक छ्ण के साथ लोकगीत का सम्बन्ध होता है। लोकगीत का मुख्य उद्देश्य समाज का मनोरंजन करने के साथ ही ज्ञान का भण्डार भी होता है।
विजय कुमार यादव. अरुणाचल प्रदेश की आदी जनजाति व खड़ी बोली के जन्म संस्कार सम्बन्धी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन. International Journal of Hindi Research, Volume 3, Issue 3, 2017, Pages 76-78