चित्रा मुद्गल के उपन्यास ‘गिलिगडु’ में अभिव्यक्त वृद्ध जीवन
Dr. P Ganesan, Lakshmidevi K
आधुनिक हिंदी साहित्य में 1960 के बाद महिला साहित्यकारों ने अपना अलग स्थान निर्माण किया है। नारी अपने तथा समाज की अन्य नारियों की अनुभवों को शब्दबद्ध करने लगी।
Dr. P Ganesan, Lakshmidevi K. चित्रा मुद्गल के उपन्यास ‘गिलिगडु’ में अभिव्यक्त वृद्ध जीवन. International Journal of Hindi Research, Volume 4, Issue 2, 2018, Pages 23-24